चित्रकूट और रामनगर की ऐतिहासिक राम लीला के साथ लगभग 400 वर्ष पुर्व अति प्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी, गाजीपुर के सानिध्य, संरक्षण में शुरू रामलीला जो हरिशंकरी मुहल्ले से शुरू होकर पहाड़ खां पोखरा, सकलेनाबाद के रास्ते वनगमन,राम केवट संवाद के बाद अन्य घटनाओं के मंचन मे राम रावण युद्ध के महत्वपूर्ण भाग में रावण बध प्रतिवर्ष दशहरा के दिन लंका मैदान गाजीपुर में लगने वाले ऐतिहासिक विशाल मेले मे होता है। तथा फिर यह मंचन उसी रास्ते भरत मिलाप आदि करते फिर हरिशंकरी को वापस हो जाता है जो अनवरत चलते हुए राजगद्दी के बाद सम्पूर्ण सम्पन्न होता है। लंका मैदान की ऐतिहासिक राम रावण युद्ध के लीला मे बांस और कागज से बने विशालकाय रावण की छवि लोगों को बेहद आकर्षित करती है जिसे अब रिमोट से अग्नि वाण (प्रतिकात्मक) राम (पात्र)द्वारा बेधा जाता है।रावण बध दृश्य देखने के लिए दर्शकों में विशेष रोमांच रहता है बच्चों कि अभिभावकों से जिद्द, महिलाओं की लालसा तथा युवाओं का उत्साह रावण दहन तक लंका मैदान की मेला को प्रमुखता प्रदान करता है।
भारी भीड़ और दर्शकों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि आज का यह मेला अब तक का सबसे विशाल मेला है।
#हैप्पी_दशहरा
शशिकांत शर्मा, गाजीपुर